11 नवंबर 2024 को जस्टिस संजीव खन्ना ने भारत के 51वें मुख्य न्यायाधीश के रूप में राष्ट्रपति भवन में शपथ ली। आइए जानते हैं उनके जीवन की प्रमुख उपलब्धियों और उनके कार्यों के बारे में।
जन्म और प्रारंभिक शिक्षा:
जस्टिस संजीव खन्ना का जन्म 14 मई 1960 को दिल्ली में हुआ था। उनके पिता, न्यायमूर्ति देशराज खन्ना, दिल्ली उच्च न्यायालय के न्यायाधीश थे, और उनकी मां, सरोज खन्ना, दिल्ली विश्वविद्यालय के लेडी श्रीराम कॉलेज में हिंदी की लेक्चरर थीं। जस्टिस खन्ना ने अपनी स्कूली शिक्षा दिल्ली के मॉडर्न स्कूल से की और 1977 में अपनी स्कूली पढ़ाई पूरी की। इसके बाद उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय के फैकल्टी ऑफ लॉ के कैंपस लॉ सेंटर (CLC) से कानून की पढ़ाई की।
कानूनी करियर की शुरुआत:
संजीव खन्ना ने 1983 में दिल्ली बार काउंसिल के साथ वकालत की शुरुआत की। वे दिल्ली के 30 हज़ारी कोर्ट परिसर में जिला न्यायालयों में प्रैक्टिस करने के बाद दिल्ली उच्च न्यायालय में वकालत करने लगे। उन्होंने वाणिज्यिक कानून, कंपनी कानून, भूमि कानून, पर्यावरण कानून, और चिकित्सा लापरवाही जैसे विभिन्न क्षेत्रों में अपनी पकड़ बनाई। वे आयकर विभाग के वरिष्ठ स्थाई वकील के रूप में लंबे समय तक कार्यरत रहे। 2004 में उन्हें दिल्ली के स्थाई वकील के रूप में नियुक्त किया गया। इसके बाद, जस्टिस खन्ना दिल्ली उच्च न्यायालय में अतिरिक्त लोक अभियोजक और एम्स के मामलों में भी उपस्थित हुए।
न्यायिक सेवा में योगदान:
2005 में जस्टिस खन्ना को दिल्ली उच्च न्यायालय के अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में पदोन्नत किया गया और 2006 में वे स्थाई न्यायाधीश बने। उन्होंने दिल्ली न्यायिक अकादमी केंद्र और जिला न्यायालय मध्यस्थता केंद्र के अध्यक्ष के रूप में भी कार्य किया। 18 जनवरी 2019 को उन्हें भारत के सर्वोच्च न्यायालय में न्यायाधीश के रूप में पदोन्नत किया गया।
महत्वपूर्ण निर्णय:
सुप्रीम कोर्ट में अपने कार्यकाल के दौरान, जस्टिस संजीव खन्ना ने कई महत्वपूर्ण और ऐतिहासिक निर्णय दिए, जिनमें शामिल हैं:
- वीवीपैट सत्यापन: चुनावी प्रक्रिया में वीवीपैट की सत्यता को लेकर महत्वपूर्ण फैसला।
- अनुच्छेद 370 का हटाना: जम्मू और कश्मीर राज्य की विशेष स्थिति को समाप्त करने का मामला।
- अनुच्छेद 142 के तहत तलाक का मामला: एक प्रमुख तलाक संबंधित निर्णय।
- आरटीआई निर्णय: सूचना के अधिकार पर महत्वपूर्ण फैसला।
वर्तमान पद:
- सुप्रीम कोर्ट में जस्टिस संजीव खन्ना वर्तमान में राष्ट्रीय कानूनी सेवा प्राधिकरण के कार्यकारी अध्यक्ष और राष्ट्रीय न्यायिक अकादमी भोपाल के गवर्निंग काउंसिल के सदस्य हैं। वे 13 मई 2025 तक भारत के मुख्य न्यायाधीश के पद पर रहेंगे।