यह योजना केंद्र सरकार की एक पहल है, जिसका उद्देश्य मेधावी छात्रों को उनकी उच्च शिक्षा के लिए आर्थिक सहायता प्रदान करना है। इस योजना से विद्यार्थियों को बिना किसी गारंटर के ₹10 लाख तक का शिक्षा ऋण मिल सकता है, ताकि उनके करियर के सपने साकार हो सकें।
कैसे मिलेगा सीधा लाभ?
इस योजना के तहत उच्च शिक्षा के लिए IIT, NIT, मेडिकल कॉलेज, या अन्य प्रमुख संस्थानों में पढ़ाई करने वाले छात्रों को सीधा लाभ मिलेगा। सरकार ने यह योजना इस उद्देश्य से लागू की है कि किसी भी छात्र को पैसे की कमी के कारण पढ़ाई छोड़नी न पड़े।
कैबिनेट का बड़ा फैसला
कैबिनेट की बैठक में इस योजना के अलावा एफसीआई (भारतीय खाद्य निगम) को 700 करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता देने का भी फैसला लिया गया। केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि सरकार की इस योजना से उच्च शिक्षा के क्षेत्र में बड़ा बदलाव आएगा।
हर साल कितने छात्रों को मिलेगा लोन
ऑल इंडिया सर्वे ऑफ हायर एजुकेशन 2022 (AISHE Report) के आधार पर देखा गया है कि इन 860 संस्थानों में हर साल करीब 22 लाख छात्र दाखिल होते हैं। ऐसे में ये सभी छात्र लोन के लिए एलिजिबिल होंगे। जिनको जरूरत होगी, वे आवेदन कर सकेंगे। देश में कुल 20 आईआईएम हैं, जिनकी फीस 16 से 25 लाख रुपये तक है। वहीं आईआईटी की फीस भी लाखों में है। ऐसे में यूनिवर्सिटी में पढ़ रहे छात्र को कम लोन की जरूरत होगी और आईआईएम का छात्र अगर लोन चाहेगा तो उसे ज्यादा लोन की जरूरत होगी।