राम जन्मभूमि मंदिर का निर्माण एक अद्वितीय और सराहनीय उदाहरण बनकर उभरा है, जिसमें सुरक्षा, योजनाबद्धता और निष्पादन की उच्चतम मानकों का पालन किया गया है। जैसे कि महासचिव चंपत राय ने बताया, ब्रिटिश सुरक्षा परिषद द्वारा ‘स्वॉर्ड ऑफ ऑनर’ और राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद द्वारा गोल्डन ट्रॉफी जैसे पुरस्कारों से इस परियोजना को वैश्विक सुरक्षा मानकों के अनुपालन के लिए मान्यता मिली है।

यह पुरस्कार केवल मंदिर के भव्य निर्माण को ही नहीं, बल्कि इसमें उपयोग किए गए सुरक्षा उपायों और तकनीकी नवाचारों को भी उजागर करते हैं, जो इसे विश्व स्तर पर अन्य निर्माण परियोजनाओं के लिए एक आदर्श बनाता है।
राम जन्मभूमि मंदिर की संरचना पारंपरिक नागर शैली में बनाई गई है और इसकी विशालता, विवरण और धार्मिक महत्व इसे एक ऐतिहासिक धरोहर बना देती है। एक ओर जहां बड़ी संख्या में भक्तों की उपस्थिति और निरंतर निर्माण कार्य एक चुनौतीपूर्ण कार्य था, वहीं समुचित सुरक्षा उपायों और सावधानी से इसे सुचारू रूप से पूरा किया गया।

इस परियोजना से यह स्पष्ट होता है कि केवल धार्मिक महत्व ही नहीं, बल्कि समग्र सुरक्षा और योजना में भी यह निर्माण एक नए मानक की स्थापना कर रहा है।