पायल पुलिस ने असामाजिक तत्वों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत बड़ी सफलता प्राप्त की है। थाना पायल के थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर संदीप कुमार के नेतृत्व में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया, जिनके कब्जे से दो चोरी की कारें बरामद की गईं। आरोपियों की पहचान रणजीत सिंह उर्फ हनी और सनप्रीत सिंह उर्फ सन्नू के रूप में हुई है, जो क्रमशः लुधियाना और फतेहगढ़ साहिब के निवासी हैं।
घटना का विवरण:
इस मामले की जानकारी देते हुए पायल के डीएसपी दीपक रॉय ने बताया कि खन्ना की एसएसपी मैडम अश्वनी गोटियाल के निर्देश पर पुलिस पार्टी मेन चौक पायल में संदिग्ध व्यक्तियों और वाहनों की जांच कर रही थी। इसी दौरान गुरविंदर सिंह, जो कि गांव घलौटी का निवासी है, अपने दोस्त मुहम्मद खालिद खान के साथ पुलिस पार्टी के पास पहुंचा और एएसआई मशिंदर सिंह के पास अपनी शिकायत दर्ज कराई।

गुरविंदर ने बताया कि वह अपनी स्विफ्ट कार (नंबर: पीबी-11-बीवी-3867) में अपने ट्रैक्टर को लेने के लिए चढ़दी कलां ट्रैक्टर वर्कशॉप, राड़ा साहिब गया था। वर्कशॉप के सामने अपनी कार खड़ी करके वह बिना लॉक किए अंदर चला गया।
20 मिनट बाद जब वह बाहर आया, तो उसकी कार गायब थी। इसके साथ ही कार में रखी उसके घर की चाबियां, ट्रैक्टर की आरसी और मोबाइल फोन भी चोरी हो गए थे।
गुरविंदर की शिकायत के आधार पर एएसआई मशिंदर सिंह ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया और जांच शुरू कर दी। पुलिस टीम ने जांच के दौरान टी-प्वाइंट राड़ा साहिब रोड पर नाकाबंदी की, जहां पुलिस ने संदिग्ध वाहन और व्यक्तियों की चेकिंग शुरू की।
आरोपियों की गिरफ्तारी और चोरी की कारों की बरामदगी:
इस दौरान पुलिस ने आरोपियों, रणजीत सिंह उर्फ हनी और सनप्रीत सिंह उर्फ सन्नू को गिरफ्तार किया। पूछताछ के दौरान आरोपियों ने पुलिस को डूम ब्रिज के पास स्थित एक बे-आबाद भट्टे के पीछे चोरी की गई कार और उसकी चाबी, जो एक ईंट के नीचे छिपाई गई थी, बरामद करने की जानकारी दी।
इसके बाद, पुलिस ने बीजा रोड पर स्थित एक बे-आबाद कॉलोनी से दूसरी चोरी की हुंडई आई-20 कार (नंबर: पीबी-13-एएच-0042) भी बरामद की।
कानूनी कार्रवाई और आगे की प्रक्रिया:
पायल थाना प्रमुख इंस्पेक्टर संदीप कुमार ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 317(2) बीएनएस के तहत मामला दर्ज किया गया है और उन्हें माननीय ड्यूटी मजिस्ट्रेट पायल की अदालत में पेश किया गया। अदालत ने दोनों आरोपियों को सेंट्रल जेल लुधियाना में बंद करने के आदेश दिए हैं। पुलिस द्वारा आगे की कानूनी प्रक्रिया पूरी की जा रही है, और आगामी कार्रवाई के लिए तैयारियां की जा रही हैं।
पायल पुलिस की अहम भूमिका:
इस बड़ी सफलता के लिए पायल पुलिस की टीम को सराहना मिल रही है। इंस्पेक्टर संदीप कुमार और उनकी पूरी टीम ने असामाजिक तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करते हुए इलाके में सुरक्षा की स्थिति को और मजबूत किया है। पायल पुलिस ने यह साबित कर दिया है कि अपराधियों के खिलाफ उनकी लड़ाई लगातार जारी रहेगी और अपराधियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।
निष्कर्ष:
यह घटना एक उदाहरण है कि जब पुलिस और आम नागरिक मिलकर काम करते हैं, तो अपराधी छिप नहीं पाते। पुलिस की तत्परता और चपलता के कारण यह सफलता प्राप्त हुई है। अब यह उम्मीद जताई जा रही है कि इस तरह की कार्यवाही से अपराधियों में भय पैदा होगा और इलाके में अपराध पर काबू पाया जा सकेगा।