दिसंबर 2024 में Delhi में हुई बारिश ने मौसम के इतिहास में एक नया मोड़ लिया है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) के ताजा आंकड़ों के अनुसार, शनिवार सुबह 8.30 बजे तक Delhi में पिछले 24 घंटों में 41.2 मिमी बारिश दर्ज की गई। यह बारिश दिसंबर महीने में एक दिन की सबसे अधिक वर्षा के रूप में दर्ज हुई है, जो 101 वर्षों में अब तक का सबसे बड़ा रिकॉर्ड है। इससे पहले, दिल्ली में 3 दिसंबर, 1923 को दिसंबर माह में एक दिन की सबसे अधिक वर्षा 75.7 मिमी दर्ज की गई थी।
वर्ष 1923 के रिकॉर्ड को तोड़ा Delhi
भारतीय मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, Delhi में 3 दिसंबर, 1923 को सबसे अधिक 75.7 मिमी बारिश हुई थी। यह आंकड़ा अब तक का सबसे बड़ा था, लेकिन 2024 के इस दिसंबर ने उसे पीछे छोड़ दिया। शनिवार को दर्ज हुई 41.2 मिमी की बारिश ने न केवल एक दिन की वर्षा के रिकॉर्ड को तोड़ा, बल्कि मासिक वर्षा के मामले में भी दिल्ली ने ऐतिहासिक स्तर पर छलांग लगाई है।

मौसम विभाग के अधिकारी ने बताया कि इस वर्ष दिसंबर में हुई बारिश ने 1901 से अब तक के आंकड़ों के हिसाब से पांचवी सबसे अधिक मासिक वर्षा का रिकॉर्ड कायम किया है। इसके अलावा, पिछले 24 घंटों में हुई वर्षा ने सफदरजंग क्षेत्र में 1901 के बाद दूसरी सबसे अधिक वर्षा के रूप में अपना स्थान बना लिया। इस वर्ष की बारिश ने दिल्ली के मौसम के पैटर्न में स्पष्ट बदलाव को दर्शाया है, जो आने वाले समय में अधिक बदलाव की उम्मीदों को भी जन्म देता है।
मौसम में बदलाव का कारण
Delhi में बारिश का मुख्य कारण पश्चिमी विक्षोभ और पूर्वी हवाओं का सक्रिय रूप से मिलकर काम करना है। आईएमडी ने बताया कि एक सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ और पूर्वी हवाओं के संपर्क के कारण दिल्ली-एनसीआर सहित उत्तर-पश्चिम और मध्य भारत में हल्की से मध्यम बारिश और आंधी का दौर देखने को मिल रहा है। इस मौसम प्रणाली के कारण ना सिर्फ Delhi, बल्कि समूचे उत्तर भारत में भारी बारिश और तेज़ हवाओं का सामना किया जा रहा है, जिससे तापमान में भी कमी आई है।
Delhi का तापमान और बारिश की स्थिति
शनिवार को Delhi में न्यूनतम तापमान 12.7 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से छह डिग्री अधिक था। यह तापमान अपेक्षाकृत ठंडा महसूस होता है, लेकिन अभी भी सर्दियों का पूरी तरह से आगमन नहीं हुआ है। मौसम विभाग के अनुसार, अगले कुछ दिनों में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना बनी रहेगी, और दिल्ली में लगातार बादल छाए रहने की संभावना है। मौसम विभाग ने शनिवार के लिए येलो अलर्ट जारी किया है, जिसमें हल्की से मध्यम बारिश की आशंका जताई गई है।

आसमान में बादल, और बारिश की संभावना
शनिवार को Delhi का आसमान बादलों से ढका रहा। मौसम विभाग के मुताबिक, इस सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ और पूर्वी हवाओं के कारण दिल्ली में लगातार हल्की बारिश का सिलसिला जारी रह सकता है। यह भी बताया गया है कि इन मौसम बदलावों का असर अगले कुछ दिनों तक देखा जा सकता है, जिसके कारण दिल्लीवासियों को ठंडक और बारिश का सामना करना पड़ेगा।
Delhi की वायु गुणवत्ता में सुधार
एक और महत्वपूर्ण बदलाव दिल्ली की वायु गुणवत्ता में हुआ है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के आंकड़ों के अनुसार, शनिवार को सुबह 9 बजे दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 152 पर पहुंच गया। इससे यह साबित हुआ कि बारिश के कारण दिल्ली की वायु गुणवत्ता में सुधार हुआ है और यह ‘मध्यम’ श्रेणी में आ गई है। AQI की रेटिंग 0 से 50 के बीच ‘अच्छा’, 51 से 100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101 से 200 के बीच ‘मध्यम’, 201 से 300 के बीच ‘खराब’, 301 से 400 के बीच ‘बहुत खराब’ और 401 से 500 के बीच ‘गंभीर’ मानी जाती है।
इसमें कोई शक नहीं कि बारिश ने न केवल दिल्ली की वायु गुणवत्ता को सुधारा है, बल्कि इसने प्रदूषण के स्तर को भी घटाया है। हालांकि, यह केवल अस्थायी सुधार है, और प्रदूषण नियंत्रण के लिए दीर्घकालिक उपायों की आवश्यकता बनी रहती है।

किस तरह के बदलाव उम्मीद की जा सकती है?
Delhi के मौसम में इन बदलावों के कारण आने वाले दिनों में तापमान में और भी गिरावट देखने को मिल सकती है। साथ ही, बारिश का सिलसिला भी अगले कुछ दिनों तक जारी रहने की संभावना है। यह मौसम बदलाव न सिर्फ तापमान को प्रभावित करेगा, बल्कि दिल्लीवासियों को हवा की गुणवत्ता में और भी सुधार का लाभ भी हो सकता है।
हालांकि, यह बदलाव दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों में जीवन के सामान्य तरीके को प्रभावित कर सकते हैं, खासकर उन लोगों के लिए जो बारिश के कारण अपने दैनिक कार्यों को प्रभावित होते हुए महसूस कर सकते हैं। फिर भी, यह बदलाव पर्यावरण के लिए महत्वपूर्ण हो सकते हैं, क्योंकि यह प्रदूषण की समस्या को हल करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हो सकता है।