तलहेड़ी, 28 दिसंबर 2024: तलहेड़ी लिंक रोड पर कार की टक्कर से युवक की मौत, तलहेड़ी गांव के निवासी कुलदीप सिंह (35) के लिए 28 दिसंबर 2024 का दिन एक सामान्य दिन की शुरुआत थी। वह जैसे हर रोज़, अपने घर की ओर पैदल लौट रहे थे, लेकिन किसी को नहीं पता था कि यह दिन उनके जीवन का आखिरी दिन साबित होने वाला है। तलहेड़ी लिंक रोड पर एक तेज़ रफ्तार कार ने कुलदीप को टक्कर मार दी, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए और अस्पताल पहुंचने से पहले उनकी मौत हो गई। यह घटना न केवल कुलदीप के परिवार के लिए एक अपूरणीय क्षति साबित हुई, बल्कि पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई।
हादसा कैसे हुआ?
तलहेड़ी गांव के निवासी कश्मीर सिंह, जो घटना के प्रत्यक्षदर्शी थे, ने पुलिस को दी अपनी शिकायत में बताया कि कुलदीप सिंह, जो पेशे से किसान थे और अपने परिवार का पालन-पोषण खेतों से करते थे, टिकरी गांव से अपने घर लौट रहे थे। जैसे ही वह तलहेड़ी के शमशान घाट के पास पहुंचे, एक तेज़ रफ्तार कार ने उन्हें पीछे से टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जोरदार थी कि कुलदीप सड़क पर गिर पड़े और गंभीर रूप से घायल हो गए। आसपास के लोग मौके पर पहुंचे और तुरंत उन्हें पिहोवा के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया, लेकिन डॉ. ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

इस हादसे के बाद, गांव में सन्नाटा पसरा गया। पूरे इलाके के लोग इस हादसे से स्तब्ध थे, क्योंकि कुलदीप को एक मेहनती और ईमानदार व्यक्ति के रूप में जाना जाता था।
आरोपी कार चालक फरार
हादसे के बाद सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि आरोपी कार चालक दुर्घटनास्थल से फरार हो गया। इस तरह की घटनाएं आजकल आम हो गई हैं, जहां वाहन चालक हादसे के बाद मौके से भाग जाते हैं। इससे पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने में कठिनाई होती है। पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचने के बाद आरोपी की तलाश शुरू कर दी है। उन्होंने कुलदीप के परिवार की शिकायत पर मामला दर्ज किया और आरोपी की पहचान के लिए जांच तेज कर दी है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि आरोपी की पहचान जल्द ही कर ली जाएगी और उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
कुलदीप के परिवार का शोक
कुलदीप सिंह के परिवार के लिए यह हादसा एक भयानक आघात है। उनका जीवन कठिनाइयों से भरा था, लेकिन वह हमेशा अपने परिवार और गांव के खेतों के प्रति समर्पित रहते थे। उनके परिवार में उनकी पत्नी, बच्चे, माता-पिता और अन्य रिश्तेदार शामिल हैं, और सभी इस असहनीय दुःख से जूझ रहे हैं। कुलदीप की पत्नी ने कहा, “यह विश्वास करना मुश्किल है कि वह अब हमारे बीच नहीं हैं। वह हमेशा हमारे साथ रहते थे, हम उन्हें बहुत याद करेंगे।”

कुलदीप के पिता ने दुखी होते हुए कहा, “हमारे लिए यह सदमे जैसा है। वह बहुत अच्छे इंसान थे। उनका जीवन भले ही संघर्षों से भरा था, लेकिन वह कभी भी हार नहीं मानते थे। हम सब उनके बिना अधूरे महसूस कर रहे हैं।”
कुलदीप की मां की आँखों में आंसू थे और वह कह रही थीं, “मेरे बेटे को इस तरह खोने का दुख मुझे हमेशा रहेगा। वह हमेशा मेरे पास रहता था, अब उसकी यादें ही हमारे पास हैं।”
गांव और समुदाय में शोक
कुलदीप के निधन से न केवल उनके परिवार, बल्कि पूरे गांव में शोक का माहौल है। गांव के लोग उन्हें एक ईमानदार, मेहनती और भले इंसान के रूप में याद करते हैं। गांव के अन्य किसान और साथी उन्हें हमेशा अपने साथ काम करने वाला एक सच्चा मित्र मानते थे। गांव के सरपंच ने इस हादसे पर दुख व्यक्त करते हुए कहा, “कुलदीप हमारी पंचायत का हिस्सा था और सभी के साथ मिलकर काम करता था। उसकी अचानक मौत से पूरा गांव शोक में डूबा हुआ है। हम उसकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करते हैं।”
पुलिस की कार्रवाई और जांच
पुलिस ने इस हादसे की गंभीरता को देखते हुए त्वरित कार्रवाई की है। पुलिस ने घटनास्थल पर जांच शुरू कर दी है और आरोपी की तलाश तेज़ कर दी है। पुलिस अधिकारी ने कहा, “हम इस मामले में हर पहलू पर ध्यान दे रहे हैं और दोषी को जल्द से जल्द पकड़ने का प्रयास कर रहे हैं। हम स्थानीय सीसीटीवी फुटेज और आसपास के लोगों से जानकारी जुटा रहे हैं ताकि आरोपी की पहचान की जा सके।”
पुलिस का कहना है कि इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए तेज़ रफ्तार वाहनों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और गांव के आसपास सुरक्षा बढ़ाने के प्रयास किए जाएंगे।
कुलदीप के संघर्षपूर्ण जीवन की यादें
कुलदीप सिंह का जीवन कठिनाइयों से भरा था, लेकिन उन्होंने कभी हार नहीं मानी। अपने छोटे से परिवार को संभालने और खेतों में काम करते हुए उन्होंने पूरे गांव में ईमानदारी और मेहनत की मिसाल कायम की थी। वह हमेशा अपने काम में तल्लीन रहते थे और समाज की सेवा में अपने कर्तव्यों को निभाते थे। कुलदीप के निधन से उनके परिवार के साथ-साथ उनके दोस्तों, रिश्तेदारों और पूरे गांव को गहरा आघात पहुंचा है।
कुलदीप सिंह की दुखद मौत ने तलहेड़ी और आसपास के इलाके में एक शोक की लहर फैला दी है। इस हादसे ने यह साबित कर दिया है कि सड़कों पर तेज़ रफ्तार से वाहन चलाना कितना खतरनाक हो सकता है। यह घटना हमें यह भी सिखाती है कि हमें सड़क सुरक्षा के प्रति सचेत रहना चाहिए, ताकि इस तरह की दुखद घटनाओं को रोका जा सके। अब यह पुलिस का काम है कि वह इस मामले को शीघ्र सुलझाकर दोषी को न्याय के कठघरे में खड़ा करे, ताकि कुलदीप के परिवार को न्याय मिल सके।