सौरव गांगुली की बेटी सना गांगुली बाल-बाल बचीं

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कोलकाता के बेहाला चौरास्ता इलाके में शुक्रवार शाम एक सड़क दुर्घटना में सौरव गांगुली की बेटी, सना गांगुली बाल-बाल बच गईं। यह दुर्घटना कोलकाता-रायचक रोड पर ठाकुरपुकुर लेन के पास हुई, जब एक बस ने सना की कार को पीछे से जोरदार टक्कर मारी। यह घटना करीब साढ़े छह बजे की बताई जा रही है।

दुर्घटना का घटनाक्रम:

जब सना गांगुली अपनी कार में सफर कर रही थीं, तभी एक तेज रफ्तार बस ने उनकी कार को पीछे से टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जोरदार थी कि कार का पिछला हिस्सा काफी क्षतिग्रस्त हो गया, लेकिन चमत्कारी तौर पर सना गांगुली को कोई गंभीर चोट नहीं आई। इसके बाद, उनके ड्राइवर ने तत्परता दिखाते हुए स्थिति को काबू में किया और बस का पीछा करते हुए उसे साखर बाजार के पास रोक लिया।

इस दौरान सना पूरी तरह सुरक्षित रहीं, और उन्होंने तत्काल पुलिस को सूचना दी। पुलिस मौके पर पहुंची और बस चालक को हिरासत में ले लिया। हालांकि, गांगुली परिवार ने इस घटना को लेकर अभी तक कोई औपचारिक शिकायत दर्ज नहीं कराई है। सूत्रों के मुताबिक, परिवार ने राहत की सांस ली कि सना इस दुर्घटना से पूरी तरह सुरक्षित रहीं।

सना गांगुली का परिचय:

सना गांगुली, पूर्व भारतीय क्रिकेट कप्तान सौरव गांगुली और प्रसिद्ध ओडिशी नृत्यांगना डोना गांगुली की एकलौती बेटी हैं। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा कोलकाता के प्रतिष्ठित लोरेटो हाउस स्कूल से प्राप्त की और बाद में उच्च शिक्षा के लिए यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन में दाखिला लिया। वहां से उन्होंने इकोनॉमिक्स में स्नातक की डिग्री हासिल की।

सना गांगुली एक पेशेवर कंसल्टेंट हैं और वर्तमान में लंदन स्थित एक कंसल्टिंग फर्म, इन्नोवेर्व में काम कर रही हैं। इससे पहले, वह एनैक्टस जैसे सामाजिक उद्यमशीलता संगठनों से जुड़ी रही हैं और प्राइसवॉटरहाउसकूपर्स (PwC) तथा डेलॉइट जैसी प्रमुख कंपनियों में इंटर्नशिप कर चुकी हैं। उनका करियर उन्हें सामाजिक और व्यावसायिक दोनों ही क्षेत्रों में सक्रिय रहने की अनुमति देता है।

सामाजिक मुद्दों पर सक्रियता:

सना गांगुली न केवल अपने पेशेवर जीवन में, बल्कि सामाजिक मुद्दों पर भी काफी सक्रिय हैं। अगस्त 2023 में, जब कोलकाता के आर.जी. कर मेडिकल कॉलेज में एक डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या की घटना घटी थी, तब सना ने अपने माता-पिता के साथ कैंडल मार्च में हिस्सा लिया। इस मार्च के दौरान, उन्होंने महिलाओं की सुरक्षा और न्याय की आवश्यकता पर जोर दिया। उनका यह कदम यह दर्शाता है कि वह सिर्फ एक सामाजिक रूप से जिम्मेदार नागरिक ही नहीं, बल्कि अपनी आवाज को उठाने वाली एक प्रेरणादायक युवती भी हैं।

दुर्घटना के बाद परिवार की प्रतिक्रिया:

इस घटना के बाद, गांगुली परिवार की ओर से कोई औपचारिक बयान जारी नहीं किया गया है। हालांकि, सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, परिवार राहत महसूस कर रहा है कि सना इस दुर्घटना में सुरक्षित बच गईं। दुर्घटना के समय सना अपनी कार में अकेली थीं, और यह उनकी किस्मत ही थी कि वह गंभीर रूप से घायल नहीं हुईं।

सौरव गांगुली की बेटी सना गांगुली बाल-बाल बचीं

गांगुली परिवार का यह समय अत्यधिक भावनात्मक रहा होगा, लेकिन उन्हें संतोष है कि उनका परिवार इस हादसे से सुरक्षित बाहर निकला। सूत्रों का कहना है कि सौरव गांगुली और डोना गांगुली इस मामले में शांत और संयमित प्रतिक्रिया दे रहे हैं, और इसने उनके दिलों में सुकून दिया है कि उनकी बेटी सुरक्षित है।

पुलिस की त्वरित कार्रवाई:

कोलकाता पुलिस ने घटना के तुरंत बाद त्वरित कार्रवाई की और बस चालक को हिरासत में ले लिया। प्रारंभिक जांच से यह जानकारी सामने आई है कि बस चालक लापरवाही से वाहन चला रहा था, जिसके कारण दुर्घटना हुई। पुलिस ने बस चालक से पूछताछ शुरू कर दी है और मामले की जांच जारी है। दुर्घटना के समय की स्थिति और वाहन की गति के संबंध में और भी तथ्यों की जांच की जा रही है।

गांगुली परिवार का आगे का कदम:

हालांकि, गांगुली परिवार ने अब तक इस मामले में कोई औपचारिक शिकायत दर्ज नहीं की है, लेकिन पुलिस मामले की जांच जारी रखे हुए है। भविष्य में गांगुली परिवार इस घटना के संबंध में कोई निर्णय ले सकते हैं। वर्तमान में, यह मामला कोलकाता पुलिस के पास है और वह इसकी जांच कर रही है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि इस दुर्घटना में किसी की लापरवाही या अनुशासनहीनता का कोई रोल था।

कोलकाता में शुक्रवार शाम को हुई सड़क दुर्घटना में सौरव गांगुली की बेटी सना गांगुली बाल-बाल बच गईं। दुर्घटना के समय उनका ड्राइवर सूझबूझ से काम करते हुए बस का पीछा करके उसे रोका और पुलिस को सूचित किया। इस घटना में सना गांगुली को किसी भी गंभीर चोट का सामना नहीं करना पड़ा, और पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए बस चालक को हिरासत में ले लिया। यह दुर्घटना एक सच्चे उदाहरण के रूप में सामने आती है कि दुर्घटनाएं कितनी अचानक हो सकती हैं, लेकिन सही समय पर किया गया निर्णय और पुलिस की तत्परता किसी भी बुरे हादसे को टालने में मदद कर सकती है।

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