निवेश से Income: SWP के ज़रिए हर महीने पाएं 1 अपनी खुद की Salary!”

Systematic Withdrawal Plan SWP : सोचिए अगर आपका हर निवेश आपके लिए हर Month एक निश्चित आमदनी लेकर आए तो?, म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) में किया गया निवेश आपको नियमित Monthly Income भी दे सकता है। इसके लिए ज़रूरत है Systematic Withdrawal Plan – SWP में निवेश करने की।

Systematic Withdrawal Plan ये योजना आपको आपके निवेश से नियमित अंतराल पर एक निश्चित रकम निकालने की सुविधा देती है। इससे आप अपनी पूंजी को घटाए बिना एक स्थिर Income पा सकते हैं।

ये आपको Monthly Income कैसे दिलाता है? और किस परिस्थिति में SWP लेना सबसे अधिक फायदेमंद होता है? क्या ये SIP की तुलना में एक बेहतर विकल्प साबित हो सकता है?

निवेश से Income: SWP के ज़रिए हर महीने पाएं अपनी खुद की Salary!"
निवेश से Income: SWP के ज़रिए हर महीने पाएं अपनी खुद की Salary!”

SWP में Income का Formula

Systematic Withdrawal Plan में Income का Formula बड़ा सीधा है—आप तय करते हैं कितनी रकम, कब से और कितने समय तक चाहिए।
एक बार ये सेट कर दिया, तो हर Month आपकी चुनी हुई राशि सीधा आपके Bank Accounts में पहुंच जाती है। ये पैसा आपके म्यूचुअल फंड की units को बेचकर निकाला जाता है।
ध्यान रहे, अगर फंड में units खत्म हो गईं, तो आपकी income भी रुक जाएगी—यानी SWP ऑटोमैटिक बंद हो जाएगा।

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SIP में क्या होता है? हर Month एक तय रकम आपके Bank account से कटकर म्यूचुअल फंड में लगाई जाती है।
Systematic Withdrawal Plan में? इसमें हर Month फंड से रकम निकलकर आपके Bank Account में जमा होती है।

अगर आप Systematic Withdrawal Plan के ज़रिए हर Month आमदनी पाना चाहते हैं, तो इसे इक्विटी म्यूचुअल फंड से चलाना ज़्यादा समझदारी नहीं है। क्यों? क्योंकि जब मार्केट गिरता है, तो आपके फंड की वैल्यू कम हो जाती है और उसी फिक्स income के लिए आपको ज़्यादा units बेचनी पड़ती हैं। नतीजा? आपका पोर्टफोलियो जल्दी खत्म हो सकता है।

डेट फंड्स या लिक्विड फंड्स का इस्तेमाल करें। ये ज़्यादा स्थिर होते हैं और कम जोखिम के साथ आपको बेहतर नियंत्रण देते हैं।

Systematic Withdrawal Plan में फ्लेक्सिबिलिटी की कमी नहीं आप अपनी जरूरत के हिसाब से कितनी राशि, किस तारीख से और कितनी बार निकालनी है—ये सब खुद तय कर सकते हैं।
ज्यादातर लोग मंथली SWP का ऑप्शन चुनते हैं, जिससे हर Month एक नियमित आमदनी मिलती रहे।

Systematic Withdrawal Plan (SWP)

Systematic Withdrawal Plan (SWP) की शुरुआत आप कभी भी कर सकते हैं। जैसे ही आपने म्यूचुअल फंड में निवेश किया, उसी समय से आप SWP शुरू कर सकते हैं। अगर आप पहले से किसी स्कीम में पैसा लगा रहे हैं, तो भी उसमें SWP ऑप्शन को सक्रिय किया जा सकता है। जब भी आपको रेगुलर कैश फ्लो की जरूरत महसूस हो, SWP मददगार साबित होता है।

SWP चालू करने के लिए क्या चाहिए?
आपको बस कुछ ज़रूरी जानकारी एसेट मैनेजमेंट कंपनी को देनी होती है:

Systematic Withdrawal Plan (SWP)

फोलियो नंबर

पैसा निकालने की फ्रीक्वेंसी (मासिक, तिमाही या सालाना)

पहली निकासी की तारीख

वो Bank account जिसमें Rupye Transfer किए जाएं
इसके लिए एक सिंपल इंस्ट्रक्शन स्लिप भरनी होती है।

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जिस तरह SIP में आप हर महीने थोड़ा-थोड़ा निवेश करते हैं, वैसे ही Systematic Withdrawal Plan में आप हर तय समय पर थोड़ा-थोड़ा पैसा निकालते हैं। इसका सबसे बड़ा फायदा ये है कि आपको एकमुश्त पैसा निकालने की जरूरत नहीं पड़ती और आपका कैश फ्लो बना रहता है। इसमें कोई लॉक-इन नहीं होता, यानी जब चाहें तब इसे शुरू या बंद किया जा सकता है।

निकासी के विकल्प भी आपके हाथ में होते हैं आप ये तय कर सकते हैं कि पैसे मंथली चाहिए, तिमाही चाहिए या सालाना। हर बार जब पैसा निकाला जाता है, तो वो आपके फंड की यूनिट्स को NAV के आधार पर बेचकर मिलता है। इस पैसे को आप चाहें तो दोबारा म्यूचुअल फंड में लगा सकते हैं या अपनी ज़रूरतों पर खर्च कर सकते हैं।

SWP शुरू करने से पहले कुछ ज़रूरी बातें

Systematic Withdrawal Plan शुरू करने से पहले कुछ ज़रूरी बातें तय करनी होती हैं:

आप किस फंड से SWP चालू करना चाहते हैं?

हर महीने कितनी राशि आपके account में आए, ये तय करना होगा।

आप ये सुविधा कितने समय तक चाहते हैं—6 Month , 1 Year या उससे ज्यादा?

और हां, महीने की कौन-सी तारीख पर पैसा चाहिए, ये भी बताना ज़रूरी है।

अब अगर आपका निवेश डेट फंड में है और आपको वहां से 8% सालाना Return मिल रहा है, लेकिन आप हर साल 10% निकाल रहे हैं, तो इसका मतलब है कि आप अपनी पूंजी से भी खर्च कर रहे हैं। ऐसे में धीरे-धीरे आपका मूल निवेश घट सकता है।

8% सालाना Return

जितने पैसे की जरूरत आपको अगले 5 साल में है, उतनी रकम ही डेट फंड में लगाएं।

बाकी की रकम को हाइब्रिड फंड्स में निवेश करना बेहतर होगा, जिससे आपको बैलेंस्ड Return और ग्रोथ दोनों मिल सकते हैं।

अब Tax की भी बात कर लें, जो SWP में बेहद अहम है:

Read Latest News Neerexpress: इक्विटी फंड से अगर आप 1 साल से कम में पैसा निकालते हैं, तो उस पर Short Term Capital Gains (STCG) Tax लगेगा। डेट फंड में यह सीमा 3 साल है—3 साल से कम में निकासी पर STCG देना होगा। अगर इक्विटी फंड से सालभर में 1 Lakh से ज्यादा मुनाफा होता है, तो उस पर Tax देना पड़ेगा।

हर बार जब आप Systematic Withdrawal Plan से पैसा निकालते हैं, उसे रीडेम्प्शन (Redemption) माना जाता है, और उस पर कैपिटल गेन Tax लग सकता है। Tax की दर आपकी आय और टैक्स स्लैब पर निर्भर करेगी।

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