राजस्थान के दिल में छिपा हुआ एक अद्भुत पर्यटन स्थल

राजस्थान के पाली जिले में स्थित जवाई बांध पश्चिमी राजस्थान का सबसे बड़ा मानव निर्मित जलाशय है, और यह न केवल जलाशय के रूप में महत्वपूर्ण है, बल्कि यह अपने पर्यावरणीय महत्व और प्राकृतिक सौंदर्य के कारण भी विश्वभर में प्रसिद्ध है।

यह बांध जवाई नदी पर स्थित है, जो राजस्थान के लूनी नदी की सहायक नदी है। अगर आप राजस्थान के खूबसूरत और शांति से भरे पर्यटन स्थलों की तलाश कर रहे हैं, तो जवाई बांध एक आदर्श स्थान हो सकता है। यहां की शांतिपूर्ण सुंदरता, जंगली जीवन, और प्रवासी पक्षियों का अद्वितीय दृश्य आपको मंत्रमुग्ध कर देगा।

जवाई बांध का ऐतिहासिक महत्व

जवाई बांध का निर्माण 1946 में हुआ था, और इसका उद्देश्य था जलसंचय के लिए जलाशय बनाना, जिससे सिंचाई और जल विद्युत उत्पादन की आवश्यकता को पूरा किया जा सके। इसका निर्माण जोधपुर के महाराजा उम्मेद सिंह के शासनकाल में किया गया था, और इसे अंग्रेज इंजीनियर एडगर और फर्गुसन के निर्देशन में शुरू किया गया था। बाद में, स्वतंत्र भारत में इसकी देखरेख मोतीसिंह के द्वारा की गई।

राजस्थान के दिल में छिपा हुआ एक अद्भुत पर्यटन स्थल

यह बांध पाली, राजसमंद और उदयपुर जिलों के अरावली पर्वतों के बीच स्थित है और लगभग 13 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला हुआ है।

इस बांध की जलसंचय क्षमता लगभग 7887.5 मिलियन क्यूबिक फीट है, जो करीब 102,315 एकड़ भूमि को सिंचाई की सुविधा प्रदान करता है। यह बांध एक विशाल जलग्रहण क्षेत्र को कवर करता है, जो करीब 720 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है।

जवाई बांध का प्राकृतिक सौंदर्य और वन्यजीव

जवाई बांध न केवल जलाशय के रूप में महत्वपूर्ण है, बल्कि यह एक प्राकृतिक खजाना भी है। यहां की सुंदरता और वन्यजीवों की विविधता इसे पर्यटकों के लिए एक आकर्षक स्थान बनाती है। यदि आप वन्यजीव प्रेमी हैं, तो यह स्थान आपके लिए स्वर्ग जैसा हो सकता है।

यह बांध विशेष रूप से अपने प्रवासी पक्षियों के लिए प्रसिद्ध है। अक्टूबर से मार्च के बीच, इस स्थान पर आप विभिन्न प्रकार के प्रवासी पक्षियों का दर्शन कर सकते हैं। इन पक्षियों में सारस क्रेन, नॉब-बिल्ड डक, इंडियन स्पॉट-बिल्ड डक, और डेमोइसेल क्रेन जैसी प्रजातियाँ शामिल हैं। इसके अलावा, सर्दियों के दौरान कॉमन ईस्टर्न क्रेन और बार-हेडेड गूज भी यहां देखे जा सकते हैं।

बांध के आसपास के पहाड़ी क्षेत्र वन्यजीवों से भरपूर हैं, और यहां आपको तेंदुआ, भेड़िया, सुस्त भालू, नीलगाय, सांभर हिरण, चिंकारा, और मगरमच्छ जैसे वन्यजीव भी देखने को मिल सकते हैं। इसके अलावा, बांध के किनारे गर्मी में धूप सेंकते हुए मगरमच्छ भी एक आम दृश्य होता है। इन सभी जीवों का यहां मिलना इस क्षेत्र को और भी खास बनाता है।

यात्रा का सबसे अच्छा समय

अगर आप जवाई बांध की यात्रा करना चाहते हैं, तो अक्टूबर से मार्च के बीच का समय सबसे अच्छा होता है। इस दौरान यहां का मौसम न केवल सुखद होता है, बल्कि आप प्रवासी पक्षियों का अद्भुत दृश्य भी देख सकते हैं।

हालांकि, अगर आप पूरी तरह से इस स्थान का अनुभव लेना चाहते हैं, तो सर्दियों का मौसम सबसे उपयुक्त समय है। सर्दियों में जवाई बांध और इसके आसपास के क्षेत्रों में आप पक्षियों के साथ-साथ अन्य वन्यजीवों का भी आराम से अवलोकन कर सकते हैं।

जवाई बांध कैसे पहुंचे

जवाई बांध तक पहुंचने के लिए आपको विभिन्न परिवहन साधनों का सहारा ले सकते हैं। यहां जाने के लिए सड़क, हवाई और रेल मार्ग सभी उपलब्ध हैं।

रेल मार्ग: सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन पाली मारवाड़ रेलवे स्टेशन है, जो जवाई बांध से लगभग 120 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।

हवाई मार्ग: जवाई बांध के सबसे निकटतम हवाई अड्डे जोधपुर हवाई अड्डा है, जो लगभग 72 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।

सड़क मार्ग: आप बस या टैक्सी द्वारा जवाई बांध पहुंच सकते हैं। सबसे निकटतम बस अड्डा पाली बस स्टेशन है, जो यहां से लगभग 115 किलोमीटर की दूरी पर है।

जवाई बांध न केवल जलसंचय का एक अहम साधन है, बल्कि यह एक अद्भुत पर्यटन स्थल भी है। यहां की प्राकृतिक सुंदरता, वन्यजीवों की विविधता और पक्षियों का अद्भुत दृश्य इसे एक विशिष्ट स्थान बनाता है। यदि आप प्रकृति प्रेमी हैं और राजस्थान के अज्ञात किनारों को देखना चाहते हैं, तो जवाई बांध आपकी यात्रा की सूची में जरूर होना चाहिए।

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