उत्तर प्रदेश में खेल संस्कृति का नया दौर: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पहल उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में गोरखपुर महानगर के भाटी विहार कॉलोनी में बने गोरखपुर के पहले मिनी स्पोट्र्स कॉम्प्लेक्स का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पिछले दस वर्षों में देश में एक नई खेल संस्कृति का निर्माण हुआ है।
योगी ने राज्य सरकार की खेलों के प्रति प्रतिबद्धता को भी साझा किया और कहा कि प्रदेश में खेलों को प्रोत्साहन देने के लिए कई महत्वपूर्ण योजनाएं बनाई जा रही हैं। उनका यह भाषण राज्य में खेलों की नई दिशा और दृष्टि को दर्शाता है, जो उत्तर प्रदेश के विकास की नई दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।
प्रदेश में खेलों के प्रति बढ़ती प्रतिबद्धता संस्कृति
योगी आदित्यनाथ ने अपने भाषण में कहा कि राज्य सरकार ने खेलों को बढ़ावा देने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। उन्होंने बताया कि गांवों में खेलों को बढ़ावा देने के लिए ग्रामीण खेल लीग की शुरुआत की गई है। साथ ही, युवक मंगल दलों और महिला मंगल दलों के माध्यम से गांव-गांव में खेलों का माहौल तैयार किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि हर गांव में खेल के मैदान बनाए जा रहे हैं और खेलों के प्रति युवाओं में जागरूकता लाने के लिए राज्य सरकार ने अनेक योजनाओं की शुरुआत की है। इस तरह से खेलों के प्रति लोगों का रुझान बढ़ाने और उन्हें प्रशिक्षित करने के लिए कई महत्वपूर्ण कार्य किए जा रहे हैं।

हर स्तर पर इंफ्रास्ट्रक्चर का विस्तार संस्कृति
उत्तर प्रदेश में खेलों के इन्फ्रास्ट्रक्चर को लेकर योगी आदित्यनाथ ने विशेष ध्यान केंद्रित किया है। उन्होंने घोषणा की कि ब्लॉक स्तर पर मिनी स्टेडियम और जिला स्तर पर बड़े स्टेडियम बनाए जाएंगे। इसके लिए प्रदेश सरकार ने न सिर्फ भूमि उपलब्ध कराई है, बल्कि इन प्रोजेक्ट्स के लिए वित्तीय सहायता भी प्रदान की है। गोरखपुर के पहले मिनी स्पोट्र्स कॉम्प्लेक्स का उद्घाटन भी इसी दिशा में एक कदम है।
इसके अलावा, योगी ने यह भी कहा कि गोरखपुर में एक इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम बनाने की योजना है, जो न सिर्फ उत्तर प्रदेश बल्कि पूरे देश के खेल इन्फ्रास्ट्रक्चर में एक महत्वपूर्ण स्थान बनाएगा।
योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर के राप्ती नगर क्षेत्र में 33 एकड़ भूमि पर एक बड़ा स्पोट्र्स सेंटर बनाने की योजना की भी जानकारी दी। इसके अलावा, गोरखपुर स्थित सहजनवा में मिनी स्टेडियम का निर्माण भी जारी है। इन सभी परियोजनाओं का उद्देश्य उत्तर प्रदेश में खेलों के बुनियादी ढांचे को मजबूत करना और खिलाड़ियों को बेहतर सुविधाएं प्रदान करना है।
खिलाड़ियों को मिल रही सरकारी नौकरियां
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने खेलों के प्रोत्साहन के साथ-साथ खिलाड़ियों के भविष्य को लेकर भी महत्वपूर्ण बयान दिया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार खिलाड़ियों को सीधे सरकारी नौकरी प्रदान करती है। इससे खिलाड़ियों को अपनी खेल यात्रा को आगे बढ़ाने के साथ-साथ एक स्थिर और सम्मानजनक करियर की दिशा मिलती है।
योगी ने उदाहरण देते हुए बताया कि 2022 के टोक्यो ओलंपिक में पदक विजेता भारतीय हॉकी टीम के खिलाड़ी ललित उपाध्याय को राज्य सरकार ने सीधे डिप्टी एसपी के पद पर नियुक्त किया।
इसी प्रकार, इस बार की ओलंपिक पदक विजेता हॉकी टीम के खिलाड़ी राजकुमार पाल को भी उत्तर प्रदेश सरकार डिप्टी एसपी के पद पर नियुक्त करने जा रही है। मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि अब तक राज्य सरकार ने 500 से अधिक खिलाड़ियों को उत्तर प्रदेश पुलिस और अन्य सरकारी विभागों में नौकरी दी है।
यह पहल खिलाड़ियों को उनके खेल करियर के साथ-साथ सरकारी नौकरी देने का एक सशक्त माध्यम है, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति सुदृढ़ हो रही है और वे खेल के साथ अपने जीवन को भी बेहतर बना सकते हैं।
खिलाड़ियों को मिलेगा उत्कृष्ट प्रशिक्षण
सीएम योगी ने भाटी विहार के मिनी स्पोट्र्स कॉम्प्लेक्स के संचालन की जानकारी देते हुए बताया कि इस केंद्र का संचालन पीपीपी (पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप) मोड पर किया जाएगा। इस तरह के मॉडल से निजी क्षेत्र के सहयोग से खिलाड़ियों को बेहतर सुविधाएं और प्रशिक्षण मिल सकेगा। यह मिनी स्पोट्र्स कॉम्प्लेक्स खिलाड़ियों के लिए एक उत्कृष्ट प्रशिक्षण केंद्र होगा, जो उन्हें अपनी क्षमता और कौशल को विकसित करने में मदद करेगा।
प्रदेश सरकार का यह उद्देश्य है कि खिलाड़ी न केवल राष्ट्रीय स्तर पर, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी प्रतिस्पर्धा कर सकें। ऐसे केंद्रों के निर्माण से खिलाड़ियों को बेहतरीन प्रशिक्षकों और सुविधाओं के साथ-साथ एक सुरक्षित और संरचित माहौल मिलेगा, जो उनके खेल करियर को नई दिशा दे सकता है।
उत्तर प्रदेश सरकार की खेलों को बढ़ावा देने की योजनाएं और प्रयास न केवल प्रदेश के खिलाड़ियों के लिए एक सुनहरा अवसर हैं, बल्कि यह राज्य की समग्र विकास यात्रा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर भी साबित हो सकते हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की इस पहल से न केवल खेल इन्फ्रास्ट्रक्चर का विकास होगा, बल्कि खिलाड़ियों को उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए सम्मान और सम्मानजनक करियर के अवसर भी प्राप्त होंगे। यह पहल उत्तर प्रदेश को खेलों के क्षेत्र में एक नई पहचान दिलाने में सक्षम हो सकती है।