दिल्ली और मेरठ के बीच यात्रा करने वाले यात्रियों के लिए एक बड़ी खुशखबरी आई है। अब यह लंबी यात्रा केवल 40 मिनट में पूरी की जा सकेगी। पहले जहां दिल्ली से मेरठ का सफर करीब 1.5 घंटे का था, अब यह सफर ‘नमो भारत ट्रेन’ (Regional Rapid Transit System – RRTS) के ज़रिए और भी तेज़, सुरक्षित और आरामदायक बन जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 5 जनवरी 2025 को इस नई ट्रेन सेवा का उद्घाटन करेंगे, जो इस क्षेत्र के यातायात नेटवर्क में एक महत्वपूर्ण बदलाव साबित होगी।
RRTS: क्या है ये नई ट्रेन सेवा?
Regional Rapid Transit System (RRTS) एक हाई-स्पीड, आधुनिक और कम समय में यात्रा करने की सुविधा प्रदान करने वाली ट्रेन सेवा है। यह ट्रेन सेवा एक अद्वितीय समाधान प्रदान करती है, जिससे न केवल दिल्ली और मेरठ के बीच की यात्रा में तीव्रता आएगी, बल्कि इन दोनों शहरों के बीच की ट्रैफिक समस्याएं भी कम होंगी। पहले जहां दिल्ली से मेरठ तक का सफर लगभग 1.5 घंटे का होता था, अब यह यात्रा सिर्फ 40 मिनट में तय की जा सकेगी।

2023 में गाजियाबाद और मेरठ के बीच इस सेवा की शुरुआत की गई थी, और अब दिल्ली से मेरठ तक इसके विस्तार से एक नई सुविधा मिल रही है। यह पूरी परियोजना दिल्ली, गाजियाबाद, और मेरठ के क्षेत्रों में ट्रांसपोर्ट सिस्टम को और भी अधिक सुसंगत और सुलभ बनाएगी।
नया रूट और स्टेशन
नमो भारत ट्रेन के रूट की खासियत यह है कि यह दिल्ली के न्यू अशोक नगर स्टेशन से शुरू होकर मेरठ साउथ तक जाएगी। इस रूट पर कुल 11 स्टेशन होंगे, जो यात्रियों को एक तेज़ और सुविधाजनक यात्रा का अनुभव प्रदान करेंगे। अब मेरठ के लोग दिल्ली में स्थित प्रमुख व्यावासिक और शैक्षिक केंद्रों में आसानी से यात्रा कर सकेंगे, वहीं दिल्ली में भी मेरठ के लोग जल्द और सुरक्षित तरीके से आ-जा सकेंगे।
इस रूट के उद्घाटन से दोनों शहरों के बीच यातायात की भीड़ कम होगी, और लंबी दूरी की यात्रा में काफी समय की बचत होगी। ट्रेन का संचालन पहले की अपेक्षा और अधिक प्रभावी और सुविधाजनक होगा।

किराया और सुविधाएं
नई ट्रेन सेवा में यात्रियों को दो प्रकार के कोच उपलब्ध होंगे: स्टैंडर्ड और प्रीमियम। इन दोनों कोचों के बीच मुख्य अंतर उनके किराए और कुछ विशेष सुविधाओं में होगा।
- स्टैंडर्ड कोच: इस कोच का किराया 150 रुपये निर्धारित किया गया है, जो आम जनता के लिए किफायती रहेगा। हालांकि, स्टैंडर्ड कोच में किराया 20 रुपये से शुरू होगा, जो दूरी और यात्रा के प्रकार के आधार पर बदल सकता है। यह विकल्प उन लोगों के लिए है जो सामान्य यात्रा करना चाहते हैं और अपनी यात्रा को जल्दी और सुरक्षित तरीके से तय करना चाहते हैं।
- प्रीमियम कोच: प्रीमियम कोच में किराया 225 रुपये तय किया गया है। यह कोच उन यात्रियों के लिए है जो अधिक आरामदायक और उच्च स्तरीय सेवाएं चाहते हैं। प्रीमियम कोच में यात्रियों को अधिक स्थान, बेहतर एयर कंडीशनिंग, और बैठने की बेहतर व्यवस्था मिलेगी। इसमें किराया 30 रुपये से शुरू होगा और यात्रा की दूरी और अन्य सुविधाओं के अनुसार बढ़ सकता है।
अत्याधुनिक सुविधाएं
इस यात्रा के दौरान यात्रियों को अत्याधुनिक सुविधाएं मिलेंगी। ट्रेन में Wi-Fi, सुरक्षित और स्वच्छ शौचालय, स्पीडी ट्रैवल, और सुरक्षा की विशेष व्यवस्था जैसी सुविधाएं उपलब्ध होंगी। यात्रियों को यात्रा के दौरान आराम से बैठने, काम करने, और यात्रा का आनंद लेने का पूरा अनुभव मिलेगा।
साथ ही, ट्रेन में टिकट बुकिंग ऐप जैसी सुविधाएं भी होंगी, जिससे यात्री अपनी टिकटों को ऑनलाइन बुक कर सकते हैं और उन्हें भौतिक टिकट की जरूरत नहीं पड़ेगी। इसके अलावा, ट्रेनों में स्मार्ट सिटिंग और अनुकूल वातानुकूलन जैसे अत्याधुनिक सुविधाएं भी यात्रियों के अनुभव को और बेहतर बनाएंगे।
परियोजना का उद्देश्य और लाभ
नमो भारत ट्रेन सेवा का सबसे बड़ा उद्देश्य है दिल्ली और मेरठ के बीच की यात्रा को अधिक सुलभ और तेज़ बनाना। दिल्ली और मेरठ के बीच सड़क यातायात में अत्यधिक भीड़ होती है, और इस कारण यात्रा में अधिक समय लगता है। आरआरटीएस की शुरुआत से न केवल समय की बचत होगी, बल्कि पर्यावरण पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा क्योंकि यह सेवा पर्यावरण के लिए अनुकूल है।
इसके अलावा, यह परियोजना दोनों शहरों के आर्थिक विकास में भी योगदान करेगी। मेरठ और दिल्ली के बीच अधिक तेज़ यातायात का मतलब है अधिक व्यापारिक अवसर, शैक्षिक संस्थानों तक बेहतर पहुंच और नागरिकों के जीवन स्तर में सुधार। इसके अलावा, यह सेवा गाजियाबाद और नोएडा जैसे अन्य उपनगरों को भी दिल्ली और मेरठ से बेहतर तरीके से जोड़ने का कार्य करेगी।
नमो भारत ट्रेन, जिसे हम RRTS के नाम से भी जानते हैं, दिल्ली और मेरठ के बीच यात्रा को न केवल तेज़ और सुरक्षित बनाएगी, बल्कि यह परिवहन क्षेत्र में एक नई क्रांति का संकेत भी है। यात्रियों को नई सुविधाओं के साथ तेज़ और आरामदायक सफर का अनुभव मिलेगा, और इस सेवा के उद्घाटन से इन दोनों शहरों के बीच के दूरी और ट्रैफिक के मुद्दे हल होंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 5 जनवरी 2025 को इस सेवा का उद्घाटन होने से इस परियोजना की महत्ता और भी बढ़ जाती है, और यह निश्चित रूप से भविष्य में यात्रियों के लिए एक महत्वपूर्ण विकल्प साबित होगा।