CM Rekha Gupta ने प्रशासन में किया 1अहम फेरबदल

दिल्ली में भाजपा सरकार के गठन के बाद CM Rekha Gupta ने प्रशासन में अहम फेरबदल किए हैं, जो न केवल सरकारी मशीनरी को चुस्त और प्रभावी बनाने के लिए किए गए हैं, बल्कि प्रशासनिक क्षमता और अनुभव का भी बेहतरीन उपयोग करने का संकेत देते हैं। इन बदलावों के तहत पांच आईएएस अधिकारियों को नई जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं,

जिनमें से तीन अधिकारियों को मुख्यमंत्री के निजी स्टाफ में शामिल किया गया है। इन नियुक्तियों को दिल्ली सरकार के सेवा विभाग द्वारा उपराज्यपाल वीके सक्सेना के निर्देशों के तहत लागू किया गया है।

मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता की रणनीति स्पष्ट है—सरकार की कार्यप्रणाली को मजबूत करना और प्रशासनिक क्षमता को ऊंचाई तक पहुंचाना। इस लेख में हम उन अधिकारियों के बारे में जानेंगे, जिन्होंने इस बदलाव के तहत नई जिम्मेदारियां ली हैं, और उनके अनुभव के बारे में भी बात करेंगे, जो इस बदलाव को और भी महत्वपूर्ण बनाते हैं।

CM Rekha Gupta ने प्रशासन में किया 1अहम फेरबदल

मुख्यमंत्री के निजी स्टाफ में बदलाव

CM Rekha Gupta के निजी स्टाफ में दो नए आईएएस अधिकारियों को विशेष सचिव के पद पर नियुक्त किया गया है। इसके अलावा, 2008 बैच की आईएएस अधिकारी डॉ. मधु रानी तेवतिया को सीएम का सचिव नियुक्त किया गया है।

डॉ. तेवतिया का प्रशासनिक अनुभव बेहद प्रभावशाली है। वे केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के तहत राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण में अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी के रूप में कार्य कर चुकी हैं। साथ ही, उन्हें शहरी विकास से जुड़े कई महत्वपूर्ण प्रशासनिक पदों पर कार्य करने का भी अनुभव है। उनका प्रशासनिक अनुभव सीएम के सचिव के रूप में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

अन्य अधिकारियों के नए कार्यभार

दिल्ली सरकार द्वारा जारी किए गए आदेश के अनुसार, 2011 बैच के आईएएस अधिकारियों संदीप कुमार सिंह और रवि झा को मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता का विशेष सचिव नियुक्त किया गया है। इन दोनों अधिकारियों का केंद्रीय मंत्रियों के साथ काम करने का अनुभव है, जो मुख्यमंत्री के प्रशासन को और भी प्रभावी बनाएगा।

इसके अलावा, 2014 बैच के आईएएस अधिकारी सचिन राणा को एडिशनल चीफ इलेक्टोरल ऑफिसर और दिल्ली जल बोर्ड के मेंबर (एडमिनिस्ट्रेटिव) के अतिरिक्त चार्ज दिया गया है। ये नियुक्तियां इस बात का संकेत हैं कि CM Rekha Gupta प्रशासन को न केवल राजनीतिक दृष्टिकोण से, बल्कि सार्वजनिक सेवा के महत्वपूर्ण क्षेत्र जैसे जल प्रबंधन और चुनावी प्रक्रिया में भी प्रभावी बनाना चाहती हैं।

CM Rekha Gupta ने प्रशासन में किया 1अहम फेरबदल

इसके साथ ही, 2007 बैच के आईएएस अधिकारी अजीमुल हक को दिल्ली वक्फ बोर्ड का सीईओ नियुक्त किया गया है। यह नियुक्ति वक्फ बोर्ड के कामकाज में सुधार और इसके प्रभावी प्रबंधन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

केंद्रीय मंत्रालयों में अनुभव

दिल्ली सरकार में तैनात किए गए पांच आईएएस अधिकारियों में से तीन का केंद्रीय मंत्रालयों में काम करने का अच्छा खासा अनुभव है। डॉ. मधु रानी तेवतिया का नाम इस सूची में प्रमुखता से लिया जा सकता है। उन्होंने केंद्रीय आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय के तहत कई अहम परियोजनाओं पर काम किया है,

जिनका प्रभाव राष्ट्रीय स्तर पर देखा गया है। इसके अलावा, आईएएस अधिकारियों रवि झा और संदीप कुमार सिंह ने भी केंद्रीय मंत्रियों के निजी सचिव के रूप में महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां निभाई हैं। रवि झा ने पीयूष गोयल के निजी सचिव के तौर पर काम किया, जबकि संदीप कुमार सिंह ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के अधीन सहकारिता मंत्रालय में कार्य किया। इन अधिकारियों का केंद्रीय मंत्रालयों में कार्य अनुभव मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के प्रशासनिक कार्यों में विशेष रूप से लाभकारी साबित होगा।

डॉ. मधु रानी तेवतिया की संघर्षपूर्ण यात्रा

2008 बैच की आईएएस अधिकारी डॉ. मधु रानी तेवतिया की प्रशासनिक यात्रा एक संघर्ष और समर्पण की कहानी है। उनके जीवन में एक दुखद मोड़ तब आया जब उनके पति, आईपीएस अधिकारी नरेंद्र कुमार सिंह की खनन माफिया द्वारा हत्या कर दी गई। इस कठिन और दर्दनाक अनुभव के बाद, केंद्र सरकार ने उन्हें कैडर बदलने की अनुमति दी और वे मध्य प्रदेश से AGMUT कैडर में स्थानांतरित हो गईं।

CM Rekha Gupta ने प्रशासन में किया 1अहम फेरबदल
CM Rekha Gupta ने प्रशासन में किया 1अहम फेरबदल

इस बदलाव के बाद, डॉ. तेवतिया ने कई प्रशासनिक पदों पर कार्य किया और अपने कार्यों से प्रशासनिक सेवा में उत्कृष्टता का परिचय दिया। उनकी कड़ी मेहनत और प्रतिबद्धता ने उन्हें CM Rekha Gupta का सचिव बनने तक का सफर तय करने में मदद की।

दिल्ली सरकार में किए गए ये प्रशासनिक बदलाव CM Rekha Gupta के दृष्टिकोण और रणनीति का हिस्सा हैं, जो प्रशासन को और अधिक कुशल और प्रभावी बनाने के लिए किए गए हैं। इन बदलावों से दिल्ली सरकार के कार्यों में पारदर्शिता, सुशासन और प्रशासनिक दक्षता बढ़ेगी।

इन नियुक्तियों में शामिल अधिकारियों का अनुभव, विशेषकर केंद्रीय मंत्रालयों में उनके कार्यकाल के कारण, मुख्यमंत्री के दृष्टिकोण को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। इन अधिकारियों की प्रेरणादायक कहानियां और उनकी मेहनत आने वाले दिनों में दिल्ली सरकार की कार्यप्रणाली को नई ऊंचाइयों तक ले जाने में सहायक होंगी।

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